21-04-2018

21-04-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – हरेक के सिर पर अनेक जन्मों के विकर्मों का बोझ है, हिसाब-किताब की भोगना है, जिसे योगबल से ही चुक्तू करना है” प्रश्नः- बाप समान किस बात में साक्षी बनना है? उत्तर:- जैसे बाप को किसी भी बात का अ़फसोस नहीं होता। भल कोई बच्चा बीमार … Continue reading 21-04-2018